बालूशाही बनाने का सबसे आसान तरीका – बालूशाही नाम लेते ही मुँह में पानी आ जाता है। बालूशाही एक प्रमुख भारतीय मिठाई है जिसे प्रमुखतः उत्तर भारत में पसंद किया जाता है। बालूशाही मेदे व दही से बनने वाली एक लजीज मिठाई है। बालूशाही बच्चे भी बड़े चाव से खाते है। त्यौहार हो या कोई आम दिन बालूशाही खाने का मजा ही अलग है। बालूशाही एक ऐसी मिठाई है जिसको बनाने की सामग्री हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाता है। इस आर्टिकल में हम लजीज व मीठी जिसको देखते ही मुँह में पानी आ जाये वैसी बालूशाही बनाना सीखेंगे।
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बालूशाही बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
सामग्री | मात्रा |
---|---|
मैदा | 1 कप |
दही | 1/2 कप |
घी | 1/4 कप |
बेकिंग सोडा | 1/2 छोटी चम्मच |
तेल | तलने के लिए |
चीनी | 400 ग्राम चाशनी के लिए |
पानी | चाशनी के लिए |
केसर | सजाने के लिए |
पिस्ता | सजाने के लिए |
बालूशाही बनाने की विधि
सबसे पहले, एक बड़े बाउल में एक कप मैदा, 1/2 छोटी चम्मच बेकिंग सोडा, 1/2 कप दही, और 1/4 कप घी को मिलाकर अच्छे से गूँथ लें। मिश्रण को नर्म आटा जैसा गूंथें।
गूंथें हुए मेदे को 15 से 20 मिनट के लिए ढककर रखें ताकि यह आराम से फूल सके।
जब तक गूंथा हुआ आटा फूल रहा है तब तक एक कड़ाही में 400 ग्राम चीनी और पानी को मिलाकर गर्म करते है और चीनी को पानी में घुलने देते है। यदि चीनी साफ़ नहीं है तो आप थोड़ा सा दूध डालकर चीनी का मेल साफ कर सकते है। उबाल आने के साथ ही चीनी का मेल ऊपर आ जायेगा।
चाशनी को एक तार की बनने तक ही गर्म करे। एक तार की चाशनी बनने के बाद फ्लेम को सबसे धीमी कर दें ताकि चाशनी गर्म रहे।
अब गूंथें हुए मेदे/आटे से बालूशाही के छोटे-छोटे गोले बना लें। यदि आटा हाथ से चिपक रहा है तो आप हाथों के हल्का सा घी भी लगा सकते है।
तेल को गर्म करने के लिए एक कढ़ाई में डालें। जब तेल अच्छी तरह से गरम होने का इंतजार करें। गर्म तेल में बालूशाही के बने हुई गोले डालें। मध्यम आंच पर बालूशाही को सुनहरे भूरे रंग तक तलें।
तले हुए बालूशाही को बाहर निकालें और पेपर टावल या नेपकिन पर रखें ताकि अतिरिक्त तेल निकल जाए। यदि पेपर टावल या नेपकिन उपलब्घ नहीं है तो आप अखबार का भी उपयोग कर सकते है।
तेल निकल जाने के बाद गरम चाशनी में तली हुई बालूशाही को डालें और अच्छे तरह से चाशनी में डुबोएं। बालूशाही को चाशनी में 5 से 10 मिनट रखें ताकि यह चाशनी अच्छे से सोख लें।
अब बालूशाही को निकालकर ठंडा होने दें। ठंडे होने के बाद, ऊपर से केसर और पिस्ता या बादाम की कतरन से सजाएं। आपकी बालूशाही तैयार है। इन्हें ठंडा होने के बाद सर्व करें और उन्हें अपने परिवार और मित्रों के साथ खाएं।
मैं उम्मीद करता हूँ की मेरे इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आप बालूशाही बनाना सीख गये होंगे। जब भी कुछ मीठा और स्वादिष्ट खाने का मन करे बालूशाही बनाकर इसका लुफ्त उठाईये।
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बालूशाही पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न: बालूशाही के साथ कौन-कौन से अन्य मिठाई या नमकीन अच्छे लगते हैं?
उत्तर: बालूशाही को दूसरी मिठाई जैसे रसगुल्ला, जलेबी, गुलाब जामुन, सोनपापड़ी आदि के साथ सर्व किया जा सकता है।
प्रश्न: बालूशाही की स्वादिष्टता को बनाए रखने के लिए कौन-कौन सी सावधानियाँ ली जानी चाहिए?
उत्तर: बालूशाही तलते समय सावधानी बरतना चाहिए, ताकि वह सही रंग की और क्रिस्पी बने। इसके अलावा, तेल की गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण होती है, खराब गुणवत्ता का तेल इस्तेमाल करने पर आप बीमार भी हो सकते है।
प्रश्न: बालूशाही की सजावट के लिए कौन-कौन से मेवों का इस्तेमाल कर सकते हैं?
उत्तर: बालूशाही को सजाने के लिए केसर, पिस्ता या बादाम की कतरन आदि उपयोग किया जा सकता है।
प्रश्न: बालूशाही को कितने समय तक चाशनी में डुबोना चाहिए?
उत्तर: बालूशाही को चाशनी में लगभग 5 से 10 मिनट तक डुबोकर रखें ताकि वह अच्छे से चाशनी को सोख सके।
प्रश्न: बालूशाही की सही तलने की विधि क्या है?
उत्तर: बालूशाही को मध्यम आंच पर सुनहरे भूरे रंग तक तलना चाहिए। तेल को अच्छे से गरम करें और बालूशाही को सुनहरे रंग का होने तक तलें।